दलालों टप्पेबाजों का बस अड्डे पर कब्ज़ा नही थम रही अराजकता ...
अराजकता का अड्डा
कानपुर : झकरकट्टी अंतर राज्यीय बस अड्डा जो कि बन चुका है अब अराजकता का अड्डा। कहने और सुनने में कुछ अटपटा सा परन्तु बस अड्डे की वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए यह कहना बिल्कुल उचित होगा कि अंतर राज्यीय बस अड्डे की ख्याति प्राप्त जिसका प्रमुख द्वार एक अमर शहीद भारत माता के सच्चे सपूत वीर सैनिक मेजर सलमान के नाम पर है उसका भी किसी प्रकार का कोई मान सम्मान नही।
नाम तेरा काम मेरा
वर्तमान समय में बस अड्डे से किसी न किसी रूप मे कोई न कोई अवैध कार्य किया जा रहा है। जिसमे विभिन्न लोगो की संलिप्ता का ज्ञात हमारी टीम को हुआ है, सरकारी बस अड्डे को सरकार के नाम पर कुछ तथाकथित अवैध वेंडरों के ठेकेदारों के संरक्षण में अपने फायदे और सरकार को चुना लगाने के हर उस अवैध कार्य का संचालन बस अड्डे से किया जा रहा है जो कि उनके द्वारा संभव है जिस में कही न कही साठ गांठ का बड़ा खेल काफी ऊपर से चलने की पूरी संभावनाओं से इनकार नही किया जा सकता। उदाहरण के तौर पर अवैध कार्गो लोडिंग,अवैध वेंडरों द्वारा खाद्य प्रदार्थो की बिक्री,मानकों के विपरीत मूल्यांकन से ऊपर वस्तुओं की बिक्री, किसी भी कैंटीन का रखरखाव मानकों की पूर्ति नही करता, छोटी उम्र के वेंडरों द्वारा बिक्री जो कि बाल श्रम के अंतर्गत जघन्य अपराध भी है, बस अड्डा परिसर और उसके बाहर अवैध अतिक्रमण, अंदर बाहर खस्ता हालात रोड, सबसे महत्वपूर्ण सुरक्षा के मापदंडों के अनुसार कानपुर झकरकट्टी बस अड्डा अति संवेदनशील है किसी भी प्रकार के सुरक्षा मानकों की पूर्ति एवं यात्री सुरक्षा का कोई भी पुख़्ता ठोस इंतज़ाम नही है न ही तुरंत उपचार हेतु किसी प्रकार की चिकित्सक व्यवस्था। जिस के चलते कभी भी कोई अप्रिय घटना घटित होने की संभावना को प्रबल करती है।
ताज़ा मामला
बीती रात झकरकट्टी बस अड्डे पर कुछ ऐसा ही हमारी टीम को देखने को मिला। बहराइच की बस पर संदिग्ध परिस्थितियों में बेसुध मिले तीन यात्री। प्रथम दृष्टि वेशभूषा भाषाशैली अनुसार तीनो युवक नेपाल के नागरिक प्रतीत हो रहे थे सिंधु थापा दीपक एक अन्य असामान्य अवस्था के कारण जिसकी विस्तृत जानकारी उपलब्ध नही हो सकी। सूत्रों के अनुसार बस ड्राइवर द्वारा बस अड्डा प्रशासन को सूचित किये जाने के काफी देर पश्चात भी युवकों को किसी भी प्रकार की चिकित्सक मदद उपलब्ध नही कराई गई बल्कि उनको बस से नीचे उतार दिया गया। जब हमारे संवाददाता द्वारा बस अड्डा प्रबंधकों से इस संधर्भ में प्रश्न किया गया तो सर्व प्रथम वह सवालों से बचते नज़र आये परंतु काफी हो हल्ला होने पर पुलिस की मदद से पीड़ित युवकों को टेम्पो द्वारा उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। पीड़ित युवकों में से एक युवक द्धारा बताया गया कि उनको कोल्ड ड्रिंक में कुछ नशीला पदार्थ दिया गया था,युवक ने बताया कि उसके सत्रह हज़ार रुपए भी गायब है। पुलिस की माने तो मामला संदिग्ध है लड़को के पूरे होश में आने के पश्चात ही कुछ कह पाना संभव है।
मामला जो भी हो वह तो जांच का विषय है परंतु बस अड्डे से यात्रा करने वाले यात्रियों अनुसार यह तो आए दिन का है कोई न कोई इस प्रकार की घटनाओं का शिकार होता रहता है। यात्रियों में इस विषय को लेकर भी काफी आक्रोश था कि बस अड्डा प्रशासन द्वारा क्यो अवैध वेंडरों एवं बस अड्डे के भीतर और बाहर फैले अतिक्रमण को देख कर भी अनदेखा किया जाता है।शिकायत करने पर भी किसी प्रकार की सुनवाई न तो बस अड्डा प्रशासन न ही संबंधित थाने से बस अड्डे पर तैनात सुरक्षाकर्मियों द्वारा की जाती है मात्र कभी कभार औपचारिकता की पूर्ति अवश्य कर दी जाती है।
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