1971 के युद्ध में 11 पाकिस्तानियों को बंदी बनाया था ...
वीरचक्र विजेता यशपुरा पल्टन में हवलदार पद पर थे तैनात
उन्नाव के पाटन तहसील क्षेत्र के रौतापुर निवासी वीरचक्र विजेता व 11 पाकिस्तानियों को बंदी बनाने वाले उदयराज सिंह को सैन्य सम्मान के साथ शुक्रवार को अंतिम विदाई दी गई। उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार बक्सर घाट पर किया गया। उदयराज सिंह की मृत्यु की सूचना मिलने के बाद शुक्रवार सुबह से उनके घर पर पूर्व सैन्य अधिकारियों व क्षेत्र के लोगों का तांता लगा रहा।
प्रशासन की ओर से तहसीलदार बीघापुर ने पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। सेना की ओर से भी सैन्य अधिकारी उनके घर पहुंचे। बता दें कि सन 1971 में बांग्लादेश के लिए पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में साहस का परिचय देने वाले हवलदार उदयराज सिंह का 78 वर्ष की आयु में गुरुवार को कानपुर में निधन हो गया था।
वह काफी समय से हृदय रोग समेत अन्य बीमारियों से पीड़ित थे। बैसवारा के रामसिंहखेड़ा निवासी उदयराज सिंह युद्ध में यशपुरा पल्टन में हवलदार पद पर तैनात थे। अवकाश लेकर घर आए थे। छुट्टियां पूरी भी नहीं हुई थी कि सेना से टेलीग्राम मिला। अवकाश समाप्ति के 10 दिन पहले ही वह ड्यूटी के लिए निकल गए। मोर्चे के लिए कूच कर चुकी अपनी पलटन में वे अगरतला में शामिल हुए।
तीन दिन तक कई कठिनाई और खतरों को पार कर जब वे फ ीचूगंज पहुंचे तो यहां पर नदी को रेलवे पुल के रास्ते पार करना था। दोनों ओर से हो रही भीषण गोलीबारी के बीच रेंगते हुए उनके नेतृत्व में सेना की टुकड़ी ने पुल पार कर दुश्मनों पर जोरदार हमला किया था। उन्होंने दुश्मन की लाशें बिछाते हुए उन्हें भागने के लिए विवश कर दिया था। साथ ही मौके से ही 11 पाकिस्तानी सैनिकों को हिरासत में भी लिया था। उनके पराक्रम और बुद्धिमत्ता के कारण तत्कालीन राष्ट्रपति वीवी गिरि ने उन्हें वीरचक्र से सम्मानित किया था।
निधन की सूचना मिलने के बाद जिला सैनिक कल्याण अधिकारी सेवानिवृत्त स्क्वाड्रन लीडर मधु मिश्रा अपने स्टाफ के साथ घर पहुंची। उन्होंने साथ लेकर आई रिथ लेइंग अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
इसके अलावा सैन्य अधिकारी भी घर पहुंचे और श्रद्धासुमन अर्पित किए। तहसील प्रशासन की ओर से तहसीलदार चंद्रशेखर वर्मा, प्रभारी निरीक्षक बारासगवर मुकेश वर्मा श्रद्धांजलि देने पहुंचे। पूर्व सैन्य अधिकारियों में कैप्टन संगठा सिंह, कैप्टन वाईबी सिंह, कैप्टन अशोक सिंह, कैप्टन गोविंद सिंह, सूबेदार शिरीष कुमार, नायब सूबेदार मनोज, सार्जेंट यूपी सिंह समेत बड़ी संख्या में पूर्व सैन्य अधिकारी उनके घर पहुंचे थे। सभी ने नम आंखों से वीर चक्र सम्मानित हवलदार उदयराज सिंह को सलामी देकर अंतिम विदाई दी।
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