धमकाने वाले तीनों लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार ...
घर के बाहर खड़ी कार में लगा दी आग
कानपुर देहात में साड़ी कारोबारी से बीस लाख रुपये रंगदारी मांगी गई। दहशत फैलाने के लिए कारोबारी के दरवाजे पर खड़ी कार में आग लगा दी। इसके बाद फोन करके आगे और अंजाम भुगतने की धमकी दी गई। शिकायत पर एसपी अनुराग वत्स ने पुलिस की कई टीमों को रंगदारी मांगने वालों की गिरफ्तारी के लिए लगाया। पुलिस ने धमकाने वाले तीनों लोगों को गिरफ्तार कर लिया।इनमें से दो युवक घाटमपुर और एक मैनपुरी का रहने वाला है। उनके पास एक वैगन आर कार भी बरामद हुई है। एसपी ने बताया कि अकबरपुर में माती रोड पर संचालित कुशवाहा साड़ी सेंटर के संचालक देवेंद्र कुमार कुशवाहा के मोबाइल पर आठ सितंबर की शाम एक कॉल आई। फोन करने वाले ने अपना नाम हामिद अंसारी बताते हुए उनसे बीस लाख रुपये रंगदारी मांगी।
कहा कि उनके परिवार को खत्म करने की सुपारी दी गई है। रुपये न देने पर परिवार समेत जान से मारने की धमकी दी। शिकायत पर अकबरपुर कोतवाल धर्मेंद्र सिंह, स्वाट टीम प्रभारी प्रभात सिंह, सर्विलांस सेल से राजीव कुमार को लगाया गया। टीम ने रंगदारी मांगने वाले तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया। घटना में कारोबारी के रिश्तेदार जवाहर नगर घाटमपुर के दीपेश सिंह की भूमिका मुख्य है।वह अपने दो सहयोगी सैरैया घाटमपुर के संदीप कुमार और पुरार बाजार बेवर मैनपुरी के अमित कुमार के साथ मिलकर रंगदारी मांग रहा था। इसके लिए इन लोगों ने नया सिम लिया था। धमकी देने के लिए उसी का प्रयोग किया जा रहा था। इन तीनों के खिलाफ अकबरपुर कोतवाली में रंगदारी मांगने की रिपोर्ट दर्ज की गई है।
एसपी ने बताया कि तीनों आरोपियों ने वैगन आर कार से कारोबारी के घर पहुंचकर मंगलवार रात घर के बाहर खड़ी कार में आग लगा दी थी। इसके बाद फोन करके रुपये न देेने पर परिवार को खत्म करने की धमकी दी। रुपये देने के लिए यह लोग कारोबारी को सिकंदरा बुला रहे थे।टीम ने तीनों आरोपियों को बुधवार की सुबह नबीपुर से घाटमपुर की ओर जाने वाली सड़क से गिरफ्तार किया। एसपी ने 24 घंटे के अंदर आरोपियों को पकड़ने वाली टीम को दस हजार रुपये पुरस्कार देने व प्रशस्ति पत्र देने की बात कही। इस मौके पर एएसपी अरुण कुमार सिंह, सीओ अकबरपुर अर्पित कपूर मौजूद रहे।
रिश्तेदार से था मनमुटाव
कारोबारी देवेंद्र कुमार कुशवाहा का रिश्तेदार घाटमपुर निवासी दीपेश सिंह से मनमुटाव चल रहा था। उसने रंगदारी वसूलने की योजना बनाई और अपने दो साथियों को शामिल किया। संदीप हामिद अंसारी के नाम से कारोबारी को फोन कर रहा था। पता किया जा रहा है कि धमकाने को लिया गया सिम किसके नाम है। कारोबारी ने अपने रिश्तेदार दीपेश से किसी तरह से लेनदेन का विवाद होने से इंकार किया।
खंगाला जाएगा इतिहास
कारोबारी को धमकी देकर रंगदारी वसूलने की कोशिश से पुलिस सकते में आ गई थी। आरोपियों के पकड़ने के बाद पुलिस ने इनका आपराधिक इतिहास खंगालना शुरू किया है। पूछताछ में आरोपियों ने कहीं और रिपोर्ट दर्ज न होने की जानकारी दी है। मैनपुरी और कानपुर नगर में इनके आपराधिक रिकार्ड के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।