क्या करें क्या न करें, कर्मियों में हड़कंप ...
लोगों का कम आना सुनिश्चित किया जाए
उत्तर प्रदेश के कानपुर में पंजाब नेशनल बैंक की पांडु नगर शाखा के अधिकारी के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद से जिले के बैंक कर्मियों में हड़कंप मच गया है। दरअसल चिंता इस बात को लेकर है कि बैंकों में ग्राहकों से दूरी बना पाना संभव नहीं है। दूरी बना भी ली जाए तो संक्रमण के संवाहक बन रहे तमाम तरह के दस्तावेज और नकदी के लेनदेन को कैसे रोका जाए।
कुछ बैंक संगठनों ने उच्च प्रबंधन के समक्ष बात रखी है कि बैंक में लोगों का कम आना सुनिश्चित किया जाए। फिलहाल खाताधारकों की नकदी न स्वीकार की जाए और जो लोग रुपये निकालना चाहते हैं उन्हें एटीएम से ही रुपये निकालने के लिए बाध्य किया जाए।
पंजाब नेशनल बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के मंडल सचिव अनिल कुमार मिश्रा ने कहाकि लोगों का शाखाओं में अत्यधिक संख्या में आना संक्रमण के फैलाव का कारण बन सकता है। समय रहते इस पर अंकुश लगना चाहिए। वी बैंकर्स के प्रदेश महामंत्री आशीष मिश्रा ने बताया कि उनके पास दिन भर में 50 फोन सिर्फ यह पूछने के लिए आए कि शाखाओं में ग्राहकों की भीड़ लग रही है।
क्या इसी तरह कोरोना के संक्रमण को रोकेंगे। यूपी बैंक इंप्लाइज यूनियन के मंत्री रजनीश गुप्ता का कहना है कि बैंकों में सभी कर्मचारियों की उपस्थिति करके संक्रमण के खतरे को बढ़ाया गया है।
पीएनबी के 100 से ज्यादा कर्मियों की उलझनें बढ़ीं
पंजाब नेशनल बैंक की पांडुनगर शाखा के एक अधिकारी के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद विभिन्न बैंकों के सौ से ज्यादा कर्मचारियों की उलझनें बढ़ गई हैं। बैंक के सूत्र बताते हैं कि 45 कर्मचारी तो उसी शाखा में हैं। इन्हें क्वारंटीन किया जा सकता है।
इसके अलावा इस शाखा के कर्मचारी बीते दिनों जिन शाखाओं के अन्य कर्मचारियों और अधिकारियों से मिले, उन्हें भी जांच के दायरे में लाया जा सकता है। यह चेन इतनी बड़ी हो गई है कि स्वास्थ्य विभाग के लिए इसका ओर छोर पता करना बड़ा मुश्किल है। शाखा को 48 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है और अधिकारी को मंधना स्थित रामा मेडिकल कालेज में क्वारंटीन किया गया है।
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