गोली से घायल 10 प्रदर्शनकारी एफआईआर में नामजद होंगे ...
कानपुर हिंसा..क्या कहते है दोनो पक्ष
प्रथम पक्ष: पुलिस प्रशासन द्वारा बिते वर्ष हुए सीएए विरोध प्रदर्शन मेँ शामिल उपद्रव करने वालो की शिनाख्त कर कार्यवाही की जा रही है, साथ ही बाबूपुरवा उपद्रव में पुलिस की जवाबी कार्यवाही में चलाई गई गोली से घायलों के विरुद्ध भी कार्यवाही की तैयारी कर रही है जिस के लिए पर्याप्त साक्ष्य पुलिस द्वारा जुटाये जा रहें है। सरकारी संख्या अनुसार 13 घायलों में से तीन की मौत हो चुकी है छह अस्पताल से छुट्टी पा चुके है चार का अभी भी हेलेट अस्पताल में उपचार चल रहा है।
द्वितीय पक्ष: उपद्रव की तस्वीरें, मौक़े वारदात पर उपस्थित सूत्रों द्वारा बताया गया हाल, सोशल मीडिया पर पोस्ट अनगिनत पुलिस द्वारा तोड़फोड़ के वीडियो फ़ुटेज, सैकड़ो की संख्या में आम जनता के द्वारा बनाए गए निजी वीडिओज़, दबाव के चलते पुलिस की खीज एवं बर्बरतापूर्ण कार्यवाही में पीड़ित आम जनता जो इस प्रदर्शन का हिस्सा भी नही थी जिसमें कई बुज़ुर्ग पुरुष एवं महिलाएं एवं छोटे बच्चों भी जिसके शिकार हुए। यह सब पुलिस की कार्यवाही पर कही न कही सवालिया निशान उठा रहे है, जो की एक निष्पक्ष जाँच का विषय है।
आरोपियों में तीन नाबालिग हैं
कानपुर में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में बाबूपुरवा में हुई हिंसा में गोली लगने से घायल दस प्रदर्शनकारियों को एसआईटी ने नामजद आरोपी बनाया है। एसआईटी ने जांच के दौरान इन सभी के नाम केस डायरी में दर्ज कर लिए हैं। जल्द ही एफआईआर में भी इन सभी के नाम शामिल कर लिए जाएंगे। इनमें से चार आरोपियों का अभी हैलट में इलाज चल रहा है जबकि छह आरोपी उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी पा चुके हैं। आरोपियों में तीन नाबालिग हैं।
20 दिसंबर को जुमे की नमाज के बाद बाबूपुरवा में हिंसा भड़क गई थी।हजारों प्रदर्शनकारियों ने आगजनी, पथराव कर जमकर बवाल किया था। इसी दौरान गोली चल गई थी। 13 प्रदर्शनकारी घायल हो गए थे। इलाज के दौरान तीन प्रदर्शनकारियों मोहम्मद सैफ (23), आफताब आलम (22) और रईस खान(30) की मौत हो गई थी। दस प्रदर्शनकारियों में से मोहम्मद फैज (नाबालिग), शान मोहम्मद, कामिल, अली मोहम्मद, मोहम्मद अकील व मोहम्मद जमील को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। वहीं, मोहम्मद कासिम, मोहम्मद शादाब (नाबालिग), मोहम्मद फैजान और मोहम्मद आवेश (नाबालिग) का अभी हैलट में इलाज चल रहा है।
डीआईजी अनंत देव ने बताया कि इन सभी दस प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। हिंसा के दौरान इनके घायल होने से यह साफ है कि वह उसमें शामिल थे। आरोपी बनाने के लिए यह साक्ष्य काफी है। बाकी एसआईटी की जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
वीडियो फुटेज व तस्वीरों में तलाश
सैकड़ों वीडियो फुटेज व तस्वीरों के जरिये उपद्रवियों की पहचान करने में एसआईटी जुटी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक दस में कुछ प्रदर्शनकारी फुटेज में नजर आ गए हैं। इसी आधार पर एसआईटी उन पर कार्रवाई करेगी। एसआईटी ने दसों प्रदर्शनाकारियों के मोबाइल नंबर की सीडीआर भी निकलवाई है। लोकेशन भी देखी जाएगी।
जो प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं, वे मामले के आरोपी हैं। उनके नाम मामले में शामिल किए जाएंगे। साक्ष्यों के आधार पर उन पर कार्रवाई होगी। - मोहित अग्रवाल, आईजी
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