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पेशवा कालीन महल व खंडहर पुरातत्व विभाग की धरोहरों में शामिल ...

 ब्रम्हावर्त घाट पर मिला पेशवा कालीन सिक्कों का खजाना

कानपुर, 04 जुलाई उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में बिठूर की एतिहासिक नगरी में ब्रम्हावर्त घाट पर एक बार फिर से खजाना मिला है। ब्रह्मावर्त घाट पर निगरानी के दौरान गंगा सुरक्षा दल के सदस्य को रेत में खजाना मिलने की जानकारी पुलिस व प्रशासन को दी है। खजाने में मिले सिक्कों कों पेशवा कालीन बताया जा रहा हैं।

 बिठूर को छोटी काशी व धरती के केंद्र बिन्दु के रुप में जाना जाता है

बिठूर का इतिहास पुराणों में ब्रह्मजी व भगवान श्रीराम की नगरी के रुप में जाना जाता है। गंगा किनारे बसे बिठूर नगरी में ब्रह्मावर्त घाट है, जहां ब्रह्म खूंटी होने के चलते इसे धरती का केंद्र बिन्दु भी माना जाता है। इसके साथ ही यह राजा नानाराव पेशवा और झांसी की रानी लक्ष्मीबाई काल से भी जुड़ा है। पेशवा कालीन सभ्यता से जुड़े यहां पर कई महल व खंडहर आज भी पुरातत्व विभाग की धरोहरों में शामिल हैं। इसके चलते यहां पर अक्सर घाटों में तत्कालीन खजाने से जुड़े सिक्के मिलते रहते हैं। 
इसी कड़ी में गुरुवार को ब्रह्मावर्त घाट पर एक बार फिर से पेशवा कालीन खजाने के सिक्के मिले। हालांकि अभी तीन ही सिक्के मिले हैं, लेकिन उन्हें देखने के लिए लोगों का तांता लग गया। मामले को  पुलिस से लेकर प्रशासन व पुरातत्व विभाग के अफसरों को जानकारी दी गई। बिठूर थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने बताया कि तीन पेशवा कालीन सिक्के मिले हैं। जिन्हें पुरातत्व अफसरों को सौंपने की कार्रवाई की जा रही है।

 ऐसे मिले पेशवा कालीन सिक्के
गंगा सुरक्षा दल के सदस्य कल्लू मिश्रा गंगा नदी में मछलियों व गंदगी फैलाने वालों की निगरानी कर रहे थे। इस दौरान वह नाव से नदी के बीच गये और रेत में खड़े होकर मछलियों को आटे की गोलियां खिलाने लगे। इस बीच उन्हें रेतली बालू में कुछ चमकीला से नजर आया। पास जाकर देखा तो वह एक-एक कर तीन सिक्के मिले। सिक्के मिलने पर वहां कौताहूल का माहौल हो गया और खजाना देखने वालों की भीड़ जमा हो गई। इस बीच किसी ने पुलिस को भी जानकारी दे दी। जिस पर पुलिस ने पहुंचकर तीनों सिक्कों को कब्जे में लिया।

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