जेल प्रशासन पर लगाया हत्या का आरोप ...
पोस्टमार्टम में मौत की वजह स्पष्ट नही
कानपुर में पिछले साल होली के दिन महाराजपुर में हुए तिहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपी शिव बालक निषाद (50) की शनिवार रात जेल में मौत हो गई। रविवार को पोस्टमार्टम हाउस पर शव लेने पहुंचे परिजनों जेल प्रशासन पर हत्या का आरोप लगाया। परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्षी से सांठगांठ करके होली से दो दिन पहले जेल में उसकी हत्या की गई है।
शिव बालक अपनी पत्नी, चार बेटों और एक रिश्तेदार के साथ एक साल से जेल में था। पोस्टमार्टम में मौत की वजह स्पष्ट न होने की वजह से विसरा सुरक्षित रखा गया है। महाराजपुर के बैजाखेड़ा गांव में पिछले साल होली के दिन 22 मार्च को निषाद और पासी बिरादरी के दो परिवारों में रंग खेलने को लेकर विवाद हो गया था।
जिसमें रीना, उसके पति विजय और चाची ऊषा की मौत हो गई थी। शिव बालक, उसकी पत्नी प्रेमा और चार बेटों पर हत्या की रिपोर्ट हुई और उन्होंने 24 मार्च को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। तबसे सब जेल में थे। शनिवार रात शिव बालक की जेल में मौत हो गई। जेल प्रशासन ने रविवार दोपहर परिजनों को जानकारी दी।
शव लेने आए शिव बालक के भांजे राजकुमार ने बताया कि तबियत बिगड़ने की जानकारी पर उन्हें देखने जेल अस्पताल पहुंचे तो मौत हो चुकी थी। लेकिन जेल के अफसरों ने दिल का दौरा पड़ने की बात कहकर उन्हें उर्सला अस्पताल भिजवा दिया। उनका आरोप है कि विपक्षी से सांठगांठ करके जेल में शिव बालक की हत्या की गई है। अंतिम संस्कार के बाद जेल प्रशासन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाएंगे।
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