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कुछ पुलिसकर्मी उड़ा रहे आला अधिकारियों के निर्देशों का मख़ौल ...

सार

पनकी थानान्तर्गत कांशीराम गंगागंज क्षेत्र में एक वीभत्स मामला सामने आया जहां कुछ पुलिस कर्मियों ने एक बुजुर्ग महिला सफाई कर्मी सहित उसके नाती को पीट दिया। महिला के अनुसार बिना किसी पूछताश के ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा मार पिटाई संग अभ्रद भाषा का प्रयोग भी किया गया।

पिटाई में घायल वृद्ध महिला सफाई कर्मी की टांग पर चोट आई है साथ ही उनको लाने ले जाने का कार्य करने वाला उनका नाती भी पुलिस की पिटाई  से घायल हुए है। बताते चले आला अधिकारियों द्वारा साफ दिशा निर्देश है कि किसी भी नागरिक पर न बल का प्रयोग किया जाएगा न ही अन्यथा किसी से भी दुर्व्यवहार किया जाएगा जब तक वह लॉक डाउन के नियमों के पालन का दोषी नही पाया जाता, दोषी पाए जाने पर भी नियमावली अनुसार कानूनी कार्यवाही भारतीय दंड संहिता कानून के अंतर्गत अधिनियमित धाराओं के मातहत ही कार्यवाही की जाएगी। इन सब के विपरीत कही न कही क्षेत्रीय पुलिस थानों द्वारा अपने आला अधिकारियों के आदेशों की अनसुनी कर अपनी मनमानी लॉक डाउन के नाम पर करी जा रही है।

विस्तार

बुजुर्ग महिला राम दुलारी के अनुसार वह अपने नाती के साथ खुद के ई रिक्शे से पैसे निकालने बैंक के लियें जा रही थी तभी पनकी थाना क्षेत्र में पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोका तो वह रुक गये तभी पुलिस कर्मियों ने बगैर कुछ पूछे जांचे बुजुर्ग महिला के नाती को दो चार डंडे बिना किसी जानकारी लिए रसीद कर दिये, उसके बाद बुजुर्ग महिला राम दुलारी जब बीच बचाव करनें लगी तो उसे भी धक्का दिया गया जबकि बुजुर्ग महिला ने लगातार पुलिस कर्मियों को बताया भी की वह नगर निगम सफाई कर्मी हूं औऱ जरूरत के लियें पैसे निकालने बैंक जा रही हूं, पर पुलिस कर्मियों ने एक ना सुनी औऱ ई रिक्शे की चाभी भी निकाल ली। मामले के तुरंत बाद बुजुर्ग महिला ने सुपरवाइजर कर्मचारी संघ के महामंत्री उस्मान अली को फोन कर मामले की जानकारी दी व घायल अवस्था में हैलट अस्पताल पहुंचे जहां उपचार के बाद उन्हें घऱ भेज दिया गया। मामले की गम्भीरता देख पुलिस कर्मियों ने ई रिक्शे की चाभी हैलट अस्पताल भिजवाई। सुपरवाइजर कर्मचारी संघ के महामंत्री उस्मान अली ने जानकारी दी के उक्त घायल कर्मचारी जोन-4 के सफाई कर्मचारी है जिनके साथ आज पुलिस कर्मियों ने ऎसा बुरा बर्ताव किया यदि ऎसे महामारी के समय भी हमारे कर्मचारियों के साथ ऎसी घटनायें होंगी तो वो बर्दाश्त नही की जायेंगी साथ ही उस्मान अली ने य़े भी कहा पुलिस की सख़्ती जायज़ है पर बगैर कारण जाने किसी को इस तरह पीटना कहां का न्याय है वो भी तब जब एक बुजुर्ग महिला अपनी ड्यूटी ड्रेस में साथ थी।

जहाँ एक और यह कोरोनावीर अपने कर्म का पालन कर इस महामारी कोविड 19 में अपना अति महत्वपूर्ण योगदान दे रहे है, जिस की प्रशंसा भी की जा रही है, सोशल मीडिया पर अनगिनत वीडियो इसके प्रमाण है कैसे आप जनता इन पर पुष्पों की वर्षा कर माल्यार्पण कर इनको सम्मानित कर रही है, वही दूसरी ओर कभी कोई नेता जी तो कभी ख़ाकी के कोपभजन का शिकार हो रहा है हमारे समाज का यह कोरोना वीरो का वर्ग जो कि अशोभनीय एवं निंदनीय भी है।

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