मजदूर करंट से तड़पता रहा और राहगीर बनाते रहे वीडियो ...
अमानवीय
कानपुर में गोविंदनगर थानाक्षेत्र के नंदलाल चौराहे पर गड्ढा खोदने के दौरान एक मजदूर करंट की चपेट में आकर तड़पता रहा और राहगीर उसकी मदद करने के बजाय मोबाइल से वीडियो बनाते रहे। किसी तरह साथी मजदूरों उसे बाहर निकाल कर प्राइवेट अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर उसके परिजनों को घटना की जानकारी दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार चौराहे के पास स्मार्ट सिटी के तहत दिनेश नाम का ठेकेदार खुदाई करा रहा था। सुबह करीब 9 बजे आधा दर्जन मजदूर काम लगे थे। करीब पांच फिट गड्ढा खोदने के बाद मूलरूप से सीतापुर निवासी मजदूर पंकज कुमार (26) गड्ढ़े में उतर गया।
गड्ढे में भरे पानी में करंट आ रहा था, जिससे वह चपेट में आ गया। पास में ही गन्ने का रस बेचने वाले अफसान अहमद ने बताया कि शोर शराबा सुन कर वह मदद के लिए हाथ में लकड़ी का डंडा लेकर पहुंचा तो लोग मजदूर की मदद करने के बजाय मोबाइल से वीडियो बनाने में लगे थे। डंडा गड्ढे में डाल कर मजदूर को बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन तब तक वह बेहोश हो चुका था।
आसपास के दुकानदारों ने केस्को के कस्टमर केयर नंबर पर घटना की जानकारी देकर सप्लाई बंद करने को कहा, लेकिन आधे घंटे तक सप्लाई बंद नहीं की जा सकी। सप्लाई बंद होने के बाद साथी मजदूर उसे निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। थाना प्रभारी अनुराग मिश्रा ने बताया कि परिजन पोस्टमार्टम के बाद शव को साथ ले गए। कोई तहरीर नहीं मिली है।
ट्रांसफार्मर के पास बिना किसी सूचना के हो रही थी खुदाई
पुलिस के अनुसार जिस जगह गड्ढा खोदा गया था, वहां से सिर्फ पांच कदम की दूरी पर विद्युत ट्रांसफार्मर रखा था। इस ट्रांसफार्मर से ही भूमिगत लाइन गई हुई थी, जो गड्ढे के पास से गुजरी हुई थी। खुदाई के दौरान कबिल कहीं पर कटने से गड्ढे में भरे पनी में भी करंट आ गया, जिससे मजदूर उसकी चपेट में आ गया।
विद्युत विभाग के अनुसार उन्हें किसी तरह की सूचना दिए बगैर ही काम कराया जा रहा था। अगर खुदाई जानकारी में होती तो किसी मजदूर की जान जाने से बच सकती थी।
Leave a Reply